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मुश्किल लम्हा



लकीरों में शामिल नहीं थे तुम हमारी,
करके गुजारिश ख़ुदा से शामिल किया है।
बहुत मुश्किल था वो लम्हा ज़िंदगी का हमारी,
जो हमने बिन तुम्हारे अब तक जिया है।।

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8 Comments

Punam verma

18-Jul-2022 08:23 AM

Very nice

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shweta soni

16-Jul-2022 10:05 PM

Bahot badiya

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नंदिता राय

16-Jul-2022 09:51 PM

शानदार

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